Behna ne bhai ki kalai se pyaar bandha hai, Pyaar ke do taar se, Sansar bandha hai.

Tum bahaar mat nikaalna, Ghar par hee rehnaa, Kyunki kuch sharaarti ladkiyaa, Rakhi lekar ghum raahi hai, Aur woh aapko bhaaiyya bana saakti hai, Ladko ke kanhit mein jaari.

Rakhi hui Aur hui mithayi Ab to mera uphaar de do Mere pyaare bhai! Happy Raksha Bandhan!

हर लड़की को आपका इंतज़ार है हर लड़की आपके लिए बेकरार है , हर लड़की को आपकी आरज़ू है , दोस्त ! ये आपका कमाल नहीं , कुछ दिन बाद राखी का त्यौहार है।

आपकी चर्चा है हर गली में हर लड़की के दिल में आपके लिए प्यार है ये कोई चमत्कार नहीं time ही ऐसा है क्यूंकि कुछ दिनों में ही राखी का त्यौहार है

उसका हुसन गया कलेजा चीर , नयनों से छूटा एक तीर , वो मुस्कराई , नज़दीक आई , और बोली ” राखी बन्धवाले मेरे वीर “

गलियाँ फूलों से सज़ा रखी हैं , हर मोड़ पर लड़कियाँ बिठा रखी हैं पता नहीं तुम कहाँ से आ जाओ इसलिए सबके हाथ में राखी थमा रखी है

राखी का त्यौहार था राखी बंधवाने को भाई भी तैयार था भाई बोल बहना मेरी अब तो राखी बाँध दो , बहना बोली “कलाई पीछे करो , पहले रुपये हज़ार दो “